आइआइटी की 'गाथा' में बच्चे फिर सुनेंगे दादा-दादी और नाना-नानी की कहानियां, बनेंगे संस्कारवान

 


समय के साथ धुंधली हो चुकीं दादा-दादी और नाना-नानी की कहानियां अब बच्चे फिर सुन सकेंगे। इनसे उन्हें नैतिक शिक्षा के साथ संस्कार भी मिलेंगे। यह आइआइटी के पूर्व छात्रों द्वारा तैयार किए गए 'गाथा'  सॉफ्टवेयर से संभव होगा, जिसमें चार हजार कहानियां और कविताएं अब तक रिकार्ड की जा चुकी हैं। SC : कोरोना महामारी में कैदियों की रिहाई पर आदेश जारी करेगा

आइआइटी कानपुर के एमएससी भौतिक विज्ञान के पूर्व छात्र अमित तिवारी और पीपीएन डिग्री कॉलेज से एमएससी की पूर्व छात्रा पूजा श्रीवास्तव ने गाथा साफ्टवेयर बनाया है। बच्चों की कहानियों के साथ ही चंद बरदाई, अमीर खुसरो, मीराबाई, प्रेमचंद, फणीश्वर नाथ रेणु, रामधारी सिंह दिनकर व भीष्म साहनी से लेकर युवा रचनाकारों की रचनाएं शामिल की गई हैं। इस ऑडियो बुक को आइआइटी कानपुर में इंक्यूबेट करने के साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से अनुदान मिला है। डिजिटल क्रांति के नए दौर में निखरी हिंदी, समय के साथ मिला है बढ़ावा

दूसरे देशों तक हिंदी को मिल रहा बढ़ावा भूली-बिसरी कहानियों और गीतों को लोगों तक पहुंचाकर यह सॉफ्टवेयर हिंदी भाषा को बढ़ावा दे रहा है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए अमेरिका, ब्राजील, कनाडा, यूरोप, सिंगापुर व चीन के लोग ये रचनाएं डाउनलोड कर रहे हैं। यह उनके लिए भारतीय संस्कृति और हिंदी में लिखी रचनाओं को जानने व पढऩे का बेहतरीन माध्यम बन गया है। आयुष की चार दवाएं कोरोना को हराएंगी, सात दिन में बढ़ जाएगी प्रतिरोधक क्षमता

दो साल पहले शुरुआत, लगातार रिकार्ड कर रहे रचनाएं आइआइटी के पूर्व छात्र अमित तिवारी, मूल रूप से कानपुर निवासी और वर्तमान में अमेरिका में रह रहीं पूजा श्रीवास्तव व कवियत्री डॉ. भावना तिवारी ने ऑडियो बुक पर काम करना दो साल पहले शुरू किया था। अमित ने बताया कि भारत ही नहीं अमेरिका, यूके, जर्मनी व फ्रांस समेत दूसरे देश के लोग भारतीय साहित्य के प्रति गहरा लगाव रखते हैं। समय की कमी के कारण पुस्तकें पढऩा संभव नहीं होता, जबकि चुनिंदा पुस्तकालयों में ही पुराना व नया साहित्य बड़ी मुश्किल से मिलता है। इसीलिए तीनों ने मिलकर यह प्लेटफॉर्म तैयार किया। इसमें सिर्फ कहानी, कविताएं, साहित्य व लेख सुनाए ही नहीं जाते हैं, बल्कि उसमें वास्तविकता जीवंत रखने को साउंड इफेक्ट भी डाले गए हैं।  छत्रपति शिवाजी के नाम पर होगा आगरा म्यूजियम : सीएम योगी

खास बातें... आपके शरीर का हाल बताते हैं नाखून, इन संकेतों की मदद से रखें सेहत का ध्‍यान

भारतीय नाट्य अकादमी, ऑल इंडिया रेडियो व पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट के भी कलाकार जुड़े। 

देश के 25 स्टूडियो में 60 से 70 कलाकारों की टीम कर रही काम। 

मोबाइल पर अपने पसंदीदा लेखक या साहित्यकार की रचना सुन सकते। -Alok Prabhat

Post a Comment

0 Comments