ऐसे में, शरीर में कैल्शियम की कमी, एनीमिया, थायरायड जैसी कई अन्य बीमारियों का शिकार हो जाती हैं। मगर समय रहते यदि महिलाएं अपने नाखूनों में बदलाव देखें तो उनको सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि नाखून कुछ ऐसे ही रोगों को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही खराब सेहत की चेतावनी भी देते हैं। विभिन्न रोगों का संकेत देते नाखूनों पर विशेषज्ञों ने दी महत्वपूर्ण जानकारी। World Suicide Prevention Day- जिंदगी को गले लगाएं, नकारात्मक सोच को दूर भगाएं
किडनी, हार्ट, लिवर के रोगों का देते हैं संकेत लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिसिन डिपार्टमेंट में फिजीशियन डॉ. रितु करोली कहती हैं, यदि ध्यान दिया जाए तो नाखून के जरिए शरीर की बहुत सी बीमारियों की जानकारी प्राप्त हो सकती है। ज्यादातर डॉक्टर मरीजों के नाखून देखकर उनके भीतर पल रहे रोगों को पहचान लेते हैं। ऐसे में, नाखूनों में सफेदी, पीले या नीले पड़ना, उनका आकार बदलना जैसे कुछ लक्षणों पर ध्यान देते रहना चाहिए ताकि समय रहते रोगों से बचाव हो सके।संसद में जल्द पेश करने जा रहे हैं बेहद कड़ा कानून- केंद्रीय मंत्री
ये बदलाव दिखें तो डॉक्टर से लें सलाह सफेद नाखून : यह प्रोटीन की कमी का परिचायक है। किडनी की खराबी, लिवर रोग जिससे प्रोटीन बनता है उसमें कमी का संकेत देता है।
सफेद नाखून के ऊपरी हिस्से में गुलाबी लाइन : यह शरीर की किसी गंभीर बीमारी, हृदय रोग, गंभीर इंफेक्शन आदि का संकेत देता है।
चम्मच आकार के नाखून : आयरन की कमी वाला एनीमिया के प्रति सावधान रहने का संकेत देता है।
नाखून में गोलाई : यह क्लब्बिंग हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी व संक्रमण के प्रति सतर्क होने का संकेत देता है।
नाखून में गड्ढे : यह चमड़ी की बीमारी, सोरायसिस आदि के लक्षण बताता है।
नाखून में धारियां : यह विटामिन-बी, बी-12, जिंक की कमी कमी का दर्शाता है।
पीले नाखून : पीलिया के लक्षण बताता है। हनुमान् चालीसा Hanuman Chalisa
नीले नाखून : हृदय, फेफड़ों में ऑक्सीजन कम होने से साईनोसिस होना दर्शाता है।
नाखून का अपनी सतह से (नेल बेड) से अलग होना : थायरॉयड बीमारी का संकेत है।
नाखून खराब होना : यह फंगल इंफेक्शन बताता है। पोषण की कमी भी कारण :केजीएमयू में वरिष्ठ पोषण एवं आहार विशेषज्ञ डॉ. सुनीता सक्सेना कहती हैं, नाखूनों का रंग फीका पड़ना, या बेरंग होना, क्रीम या सफेद लाइन पड़ना यह पोषण की कमी या कोई बीमारी होने की ओर इशारा करते हैं।उज्बेक व कजाकिस्तान के विदेश मंत्रियों से की मुलाकात: विदेश मंत्री जयशंकर
नाखून केरोटिन नामक प्रोटीन से बने होते हैं। हर व्यक्ति में रोगों के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। कभी-कभी जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं। बचाव के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, हाई प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिनयुक्त आहार लेना चाहिए। इसके अलावा नींबू का रस, गुलाब जल, सिरका, लहसुन में से किसी एक चीज का इस्तेमाल नाखूनों की मालिश में करके उन्हें फंगल इंफेक्शन से बचाया जा सकता है। राधा कृष्ण की दिव्य लीलाओं को महसूस करना चाहते हैं तो चले आइए गोवर्धन पर्वत
चम्मच जैसे नाखून देते हैं एनीमिया का संकेत : क्वीन मेरी हॉस्पिटल में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सुजाता कहती हैं, ज्यादातर महिलाओं में खून की कमी यानी एनीमिया की शिकायत होती है। खासतौर से शरीर में आयरन की कमी होने से एनीमिया होता है। ऐसे में, महिलाएं खुद भी अपने नाखूनों को देखकर सतर्क हो सकती हैं। नाखूनों का सफेद, पतले व चम्मच की तरह हो जाना इसके लक्षण हैं। इस दशा को कॉइलोनीशिया (स्पून नेल) कहते हैं। वहीं, कैल्शियम की कमी से नाखून सूखते हैं व कमजोर होकर टूटने लगते हैं। बचाव के लिए कैल्शियम और आयरन से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। दूध, पनीर, दही, डेयरी उत्पाद, गुड़-चना, ब्रोकली, ड्राई फ्रूट, संतरा, कीवी, अंजीर, खजूर, पाइनएप्पल आदि का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर रोज एक आयरन की गोली व सिरप भी ले सकते हैं। -Alok Vaidy सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा- मोराटोरियम की अवधि के लिए ब्याज पर ब्याज नहीं लेने पर करिए विचार
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