इंसान और कुत्तों के बीच प्रेम का उदाहरण हमने कई बार देखा होगा। साथ ही ऐसी कई कहानियां भी सुनी होगी। कुत्तों और इंसान को लेकर कई फिल्में भी बन चुकी हैं। बालीवूड में ही एक 1985 में एक मूवी 'तेरी मेहरबानियां' आई थी। जिसमें जैकी श्राफ और पूनम डिलोन मुख्य किरदार में थे। इसमें कुत्ते और इंसान की मोहब्बत को क्या खूब दिखाया गया है। मनोवैज्ञानिक और सांस्कृतिक कारणों पर देना होगा ध्यान दुष्कर्म को रोकने के लिए...
बस ऐसे ही प्रेम का उदाहरण आज के समय में मेरठ में देखने को मिला है। जहां एक लावारिस कुत्ते की मौत पर एक व्यक्ति ने उसका बैंड बाजे के साथ अंतिम संस्कार किया। साथ ही पूरी परम्परा निभाते हुए, श्राद्ध कर्म करवाया। तेरहवीं का कराया भोज किसान की बेटी का कार्बन डाईआक्साइड से ईधन बनाने का सुझाव विद्वानों को भाया
दरअसल, मेरठ के बाड़म गांंव मेें एक व्यक्ति ने ऐसा मिसाल रखा है, जो मानव और जानवर के प्रेम को दर्शाता है। हर तरफ इस बात की चर्चा हो रही है। इस व्यक्ति ने एक लावारिस कुत्ते के मरने पर उसका अंतिम संस्कार पूरे धूमधाम से किया। बैंड बाजे के साथ शमशान में ले गया। यह सिलसिला बस यहीं तक नहीं रुका बल्कि उस व्यक्ति ने कुत्ते की तेरहवीं भी मनायी। इसमें कई लोगों को भोज भी कराया। Know the history of 7 days of the week, when was the first Sunday?
घर में लगाई फोटो कुत्ते का अंतिम संस्कार और उसकी तेरहवीं तक ही मामला नहीं रुका बल्कि इस शख्स ने अपने घर में इसकी तस्वीर भी लगाई। आज के कोरोना काल में जहां लोग इंसान से प्रेम नहीं करते ऐसे समय में इस व्यक्ति ने लावारिस कुत्ते का अंतिम संस्कार कर प्रेम का उदाहरण पेश किया है। -Alok Arya देश के पहले ODOP वर्चुअल फेयर का CM योगी ने किया उद्घाटन
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