नवजात शिशु की मालिश क्यों जरूरी है व किस तेल से करनी चाहिए ?? आज के परिवेश में बच्चों के शारीरिक व मानसिक उन्नति करनी बहुत जरूरी हैं तो बच्चों को जितना खाना पीना जरूरी होता हैं उतनी ही मालिश भी । क्योंकि पूरा दिन बच्चा कुछ न कुछ करता रहता है, अपने आप को व्यस्त रखता है। कृष्ण के जीवन की वो बातें जिस पर आज भी झूमता है विश्व
1. शारीरिक थकान दूर होती हौ।
2. सभी अंग आराम की मुद्रा में हो जाते है।
3. स्वास्थ्य बना रहता हैं
4. नींद अच्छी आती है और पांच वर्ष तक कर बालक का जितना अधिक सुलाने का प्रयत्न करें उतना उसके लिए अच्छा रहता है। सेहत के लिए है खास हल्दी, मिर्च और अदरक, इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक
5. इसके अलावा बिना तेल के मालिश भी कर सकते हैं ताकि बच्चे के अंगों को आराम मिल सके।
तेल:- वैसे टी बच्चे की मालिश के लिए हम जैतून, तिल, नारियल, सरसों आदि तेल सही हैं। और घरों में भी प्रयोग में लाए जाते हैं। लेकिन कुछ तेलों को गाय के घी में मिलाकर बनाया जा सकता है जो बच्चों के विकास के लिए सर्वोत्तम है। 100 फीसद आरक्षण MP में, जानें- बिहार, झारखंड, हरियाणा व अन्य राज्यों के नियम
तेल बनाने की विधि आर्य निर्मात्री सभा का इतिहास Arya Nirmatri Sabha
1. गाय का घी- 50gm
2. सरसों का तेल-10gm
3. नारियल का तेल-20gm
4. जैतुन का तेल-20gm
5. तिल का तेल-50gm
6. बादाम रोगन-20gm
एक शीशी में गाय का घी (पिघला हुआ) डाले उसमें चुटकी भर हल्दी डाल दे इसके बाद बाकी सारे तेल डालकर हिलाते रहे ताकी सब आपस में मिल जाए। बस मालिश के लिए तेल तैयार है इसे आप हर ऋतु में प्रयोग कर सकते है। सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक वृद्धि के लिए योजनाओं को ढंग से अमल में लाना आवश्यक
उम्र नवजात शिशु यदि एक दिन का हो तभी भी उसकी मालिश की जा सकती है और सर्दिया और गर्मियों में साधारण रूप से । दूसरा जब तक बच्चा एक महीने का नही होता तब तक उसकी मालिश बहुत नाजुक हाथ से करे, रुई से तेल लगाएं या आटे की गोली बनाकर उसे तेल लगाएं । और से बच्चे की मालिश करें। सही समय- नवजात शिशु की मालिश नहलाने के 1/2 घंटा पहले करनी चाहिए। उस समय बच्चो को खाना-पीना नहीं करवाना चाहिए। दूध पिलाने के तुरंत बाद मालिश न करें। -Alok Vaidy
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